Wed. Mar 29th, 2023
कौन हैं नूपुर शर्मा को फटकार लगाने वाले जस्टिस सूर्यकांत और जेबी पारदीवाला?

जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जेबी पारदीवाला की बेंच ने नूपुर शर्मा को फटकार लगाई है.

सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जेबी पारदीवाला की बेंच ने देश का माहौल खराब करने के लिए नुपूर शर्मा को जिम्मेदार ठहराया और उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा.

बीजेपी से निलंबित नेता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) को आज सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी फटकार लगाई है. पैगंबर मुहम्मद पर टिप्पणी मामले (Nupur Sharma Statement on Prophet Muhammad) में अलग-अलग राज्यों में दर्ज हुई एफआईआर के बाद राहत के लिए नूपुर शर्मा ने शीर्ष अदालत (Supreme Court) का रुख किया था. नूपुर ने आग्रह किया था कि सभी मामलों को दिल्ली ट्रांसफर किया जाए. सुप्रीम कोर्ट मे इस मामले की सुनवाई कर रही दो जजों की बेंच ने नूपुर शर्मा को न केवल फटकार लगाई, बल्कि याचिका भी वापस लेने को कहा. कोर्ट ने कहा कि देश में आज जो हालात बने हैं, उनके लिए नुपूर शर्मा का बयान जिम्मेदार है.

सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जेबी पारदीवाला की बेंच ने देश का माहौल खराब करने के लिए नुपूर शर्मा को जिम्मेदार ठहराया और उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा. जस्टिस सूर्यकांत अपने कड़े तेवर के लिए जाने जाते हैं और इससे पहले भी कई मामलों में कड़ा रुख अपना चुके हैं. वहीं पारसी समुदाय से आने वाले जस्टिस पारदीवाला भी देश के गिने-चुने नामी जजों में से हैं. आइए जानते हैं दोनों जजों के बारे में विस्तार से.

कौन हैं जस्टिस सूर्यकांत?

जस्टिस सूर्यकांत सुप्रीम कोर्ट के जज हैं. इससे पहले वे हाईकोर्ट के भी जज रह चुके हैं. वे एक किसान परिवार से आते हैं. हरियाणा के हिसार में 10 फरवरी, 1962 को उनका जन्म हुआ था. उनकी शुरुआती पढ़ाई हिसार से ही हुई. आगे की पढ़ाई के लिए वे बाहर गए. वर्ष 1984 में हरियाणा के रोहतक स्थित महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी से उन्होंने कानून की डिग्री ली. इसके बाद वे फिर हिसार लौटे और वहां डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में वकालत की शुरुआत की.

जुलाई 2000 में जस्टिस सूर्यकांत को हरियाणा का महाधिवक्ता बनाया गया और फिर करीब 4 साल बाद जनवरी 2004 में उन्हें पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट का न्यायाधीश बनाया गया. वे हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में भी चीफ जस्टिस रह चुके हैं. यहां उनके सेवारत रहते हुए सुप्रीम कोर्ट की 5 सदस्यीय कॉलेजियम ने सुप्रीम कोर्ट में जज नियुक्त किए जाने को लेकर उनके नाम की सिफारिश केंद्र सरकार को भेजी थी. इस तरह वे सुप्रीम कोर्ट के जज बनाए गए.

कौन हैं जस्टिस जेबी पारदीवाला?

सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस जेबी पारदीवाला का पूरा नाम जमशेद बरजोर पारदीवाला है. सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में जस्टिस पारदीवाला पारसी समुदाय से आने वाले छठे जज हैं. उनके परदादा नवरोजजी भीकाजी पारदीवाला और दादाजी कावासजी नवरोजजी पारदीवाला भी वकालत करते थे. पिता बुर्जोर कावासजी पारदीवाला भी अपने पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए 1955 में वलसाड बार में शामिल हुए. हालांकि बाद में वह कांग्रेस से विधायक बने. दिसंबर 1989 से मार्च 1990 के बीच, उन्होंने 7वीं गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया.

उनका जन्म 12 अगस्त 1965 को मुंबई में हुआ था. गुजरात में उनकी शुरुआती पढ़ाई कॉन्वेंट स्कूल में हुई. वर्ष 1988 में वलसाड ​स्थित केएम मुलजी लॉ कॉलेज से उन्होंने लॉ की डिग्री ली. अगले साल ही 1990 में अहमदाबाद स्थित गुजरात हाईकोर्ट में प्रैक्टिस शुरू की.वर्ष 2002 में उन्हें गुजरात हाईकोर्ट में सरकारी वकील नियुक्त किया गया. साल 2011 में उन्हें गुजरात हाई कोर्ट में एडिशनल जज के रूप में नियुक्त किया गया और 2013 में स्थायी जज बने. फिर कॉलेजियम सिस्टम से वे 9 मई, 2022 को सुप्रीम कोर्ट के जज बनाए गए.

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