Wed. Mar 29th, 2023
दुनिया की अन्य करंसी के मुकाबले रुपये का प्रदर्शन बेहतर, हालांकि कमजोरी का दिखेगा आयात पर असर : वित्त मंत्री

कमजोर रुपये के असर को लेकर सरकार सतर्क

वित्त मंत्री ने स्वीकार किया कि रुपये की कीमत गिरने से आयात पर तात्कालिक असर पड़ेगा और आयात अधिक महंगा हो जाएगा. हालांकि उन्होने कहा कि कई अन्य करंसी के मुकाबले रुपये का प्रदर्शन बेहतर रहा है.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि सरकार देश के आयात पर रुपये (Rupee) की गिरती कीमत के असर को लेकर सतर्क है और स्थिति पर निगाह रखे हुए है. अमेरिकी डॉलर (Dollar) के मुकाबले रुपये की कीमत में पिछले कुछ महीनों में लगातार आई गिरावट के संदर्भ में सीतारमण ने कहा कि अन्य मुद्राओं की तुलना में रुपये ने सापेक्षिक रूप से कहीं बेहतर प्रदर्शन किया है.वित्त मंत्री ( Finance Minister) सीतारमण ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, ‘रिजर्व बैंक रुपये की विनिमय दर पर बहुत करीबी निगाह रखे हुए है. हम इस दुनिया में अकेले नहीं हैं. हम एक खुली अर्थव्यवस्था का हिस्सा हैं. हालांकि अन्य मुद्राओं के समक्ष रुपये ने डॉलर के मुकाबले कहीं बेहतर प्रदर्शन किया है. फिलहाल डॉलर मुकाबले रुपये में रिकॉर्ड गिरावट देखने को मिल रही है. रुपया डॉलर के मुकाबले 79 के स्तर को पार कर चुका है. जिससे आयात और ज्यादा महंगा पड़ रहा है.

रुपये में गिरावट का दिखेगा असर

वहीं वित्त मंत्री ने स्वीकार किया कि रुपये की कीमत गिरने से आयात पर तात्कालिक असर पड़ेगा और आयात अधिक महंगा हो जाएगा. उन्होंने कहा कि इस बात को लेकर मैं काफी सतर्क एवं सजग हूं क्योंकि हमारे उद्योग का बड़ा हिस्सा उत्पादन के लिए कुछ जरूरी वस्तुओं के आयात पर निर्भर करता है. अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया बुधवार को 79 रुपये के नीचे फिसल गया था जो इसका अब तक का सबसे निचला स्तर है. रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद पिछले कुछ महीनों में रुपये की कीमत में लगातार गिरावट आती रही है. रिजर्व बैंक की बृहस्पतिवार को जारी वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट में भी कहा गया था कि अन्य मुद्राओं की तुलना में रुपये ने डॉलर के मुकाबले में कहीं बेहतर प्रदर्शन दिखाया है. वैसे रुपये को समर्थन देने से विदेशी मुद्रा भंडार में पिछले चार महीनों में 40.94 अरब डॉलर की कमी हो चुकी है.

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आज कहां पहुंचा रुपया

बुधवार के कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया 79 के स्तर से नीचे बंद हुआ है. इस हफ्ते के दौरान रुपये में 70 पैसे यानि 0.9 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है. डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और फेडरल रिजर्व के द्वारा नीतियों में सख्ती
से डॉलर में मजबूती की वजह से देखने को मिली है. कच्चे तेल में उछाल और रुपये में कमजोरी से करंट अकाउंट डेफिसिट के बढ़ने की आशंका बन गई है. वहीं फेडरल रिजर्व के द्वारा दरों को और सख्त करने से रुपये में और कमजोरी की आशंका है.

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