
पाकिस्तान में कई संगठन आतंक की ट्रेनिंग दे रहे हैं
Pakistan Terrorist Trainning camp: पाकिस्तान के कई ट्रेनिंग कैंप में आतंक को पनाह दी जाती है और वहां आतंकियों को तैयार किया जाता है. जानिए वहां आतंकी कैसे तैयार होते हैं…
अक्सर ये रिपोर्ट आती हैं, जिनमें बताया जाता है कि पाकिस्तान में कई संगठन आतंक की ट्रेनिंग (Terrorist Trainning Camps) दे रहे हैं. पाकिस्तान में ऐसे कई ठिकाने हैं, जहां लोगों को जिहाद के नाम पर आतंक की ट्रेनिंग जी जाती है. कई नौजवानों का माइंड वॉश करके उन्हें ट्रेनिंग दी जाती है और आतंक की दुनिया में धकेल दिया जाता है. ऐसा ही कुछ उदयपुर की घटना में सामने आ रहा है. बताया जा रहा है कि उदयपुर हत्या का आरोपी भी पाकिस्तान से ट्रेनिंग लेकर आया था और इसके बाद फिर से पाकिस्तान के आतंक (Terrorism In Pakistan) बढ़ाने की नीति पर लगातार चर्चा हो रही है.
ऐसे में आज हम आपको बताते हैं कि आखिर पाकिस्तान में किस तरह से आतंकियों को ट्रेनिंग दी जाती है और किस तरह से उन्हें आतंक की जंग के लिए तैयार किया जाता है. तो जानते हैं कि पाकिस्तान ट्रेनिंग कैंप से जुड़ी खास बाते…
कैसे होती है ट्रेनिंग?
दरअसल, आतंकी संगठनों के इन ट्रेनिंग कैंप में कई तरह की सुविधाएं होती हैं और ट्रेनिंग देने से जुड़े सभी संसाधन भी मौजूद होते हैं. इन ट्रेनिंग कैंप में फायरिंग रेंज भी मौजूद होती है ताकि गन से जुड़ी सभी ट्रेनिंग यहां दी जा सके. इसके साथ जिन लोगों के आतंक के लिए तैयार किया जाता है, उन्हें सिर्फ फिजिकली ही नहीं, बल्कि दिमागी तौर पर भी तैयार किया जाता है. साथ ही उनके रहने, खाने पीने के साथ धार्मिक चीजों का भी ध्यान रखा जाता है.
कैसे दी जाती है ट्रेनिंग?
फॉरेन पॉलिसी डॉट कॉम के एक लेख के अनुसार, इन ट्रेनिंग कैंप में दिन की शुरुआत नमाज से होती है, इसके बाद जिहाद को लेकर काफी भाषण सुनाए जाते हैं. इसके बाद शारीरिक अभ्यास के बाद ट्रेनिंग होती है. पूरे दिन ट्रेनिंग देने के बाद फिर शाम में उपदेश दिए जाते हैं. साथ ही उनके साथियों को भी इसमें शामिल करने के लिए कहा जाता है और मुस्लिमों के खिलाफ हो रहे अत्याचार को लेकर माइंड वॉश किया जाता है. इसके साथ ही अलग-अलग धर्म आधारित वीडियो के जरिए उन्हें आतंकी गतिविधि करने के लिए तैयार किया जाता है.
किस-किस चीज की होती है ट्रेनिंग?
इस रिपोर्ट में बताया गया कि आमतौर पर जिन लोगों को ट्रेनिंग दी जाती है, उन्हें छोटे हथियारों जैसे एके-47 और पीके मशीनगनों के साथ-साथ रॉकेट से चलने वाले हथगोले, सैन्य काफिले पर हमला करने की रणनीति और माइंस लगाने की ट्रेनिंग दी जाती हैं. बता दें कि अलकायता जैसे ट्रेनिंग कैंप में रंगरूटों को स्नाइपर, राइफल और मोर्टार की ट्रेनिंग दी जाती है. अब टेक्नोलॉजी में हुए बदलाव की वजह से उन्हें उसी हिसाब से तैयार किया जाता है.
कितने है आतंकी संगठन?
बता दें कि पाकिस्तान आतंकी संगठनों का गढ़ है. अगर अमेरिका की ओर से घोषित किए गए फॉरेन टेरेरिस्ट ऑर्गेनाइजेशन की बात करें तो ऐसे करीब 12 संगठन यहां काम कर रहे हैं. इनमें 5 संगठन तो भारत के लिए ही काम करते हैं. इसके अलावा पाकिस्तान में कई ऐसे ट्रेनिंग ग्रुप हैं, जो आतंकी तैयार कर रहे हैं. बताया जाता है कि इनकी संख्या 3 दर्जन के आस-पास बताई जाती है. कई रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान करीब 50 संगठन काम करते हैं.