
Image Credit source: ANI
Amarnath Yatra 2022: अमरनाथ यात्रा दो साल के लंबे अंतराल के बाद एक बार फिर शुरू हो गई है. आज करीब 6000 भक्त पवित्र गुफा के लिए दर्शन के लिए बाल्कन और पहलगाम से निकलेंगे.
अमरनाथ यात्रा पर आए श्रद्धालुओं का जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir Amarnath Yatra 2022) के नाशरी में डीसी ने आधिकारिक तौर पर स्वागत किया है. रिपोर्ट्स के अनुसार, लगभग 6000 भक्त पवित्र गुफा तक पहुंचने के लिए बाल्कन और पहलगाम से निकलेंगे. रामबन के डीसी ने कहा कि हमने अपने पर्यटकों की सुविधा के लिए कई महत्वपूर्ण, सामरिक स्थानों पर लंगर लगाया है. बता दें श्रद्धालु दो साल बाद बाबा बर्फानी (Baba Barfani Darshan) के दर्शन कर पा रहे हैं. कोरोना वायरस महामारी के चलते वह दर्शन नहीं कर सके थे. इस बार भक्तों में पहले से भी अधिक उत्साह है, वह बम बम भोले का नारा लगाते हुए बाबा बर्फानी के दर्शन कर रहे हैं.
इससे एक दिन पहले खबर आई थी कि जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 43 दिवसीय अमरनाथ यात्रा की शुरुआत के मौके पर गुरुवार को पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी की पूजा की और सभी के लिए शांति, सुख और समृद्धि की कामना की. उपराज्यपाल ने कहा, ‘मुझे पूरा विश्वास है कि श्री अमरनाथ जी का दिव्य आशीर्वाद लेने के लिए देशभर से यहां आने वाले श्रद्धालुओं लिए यह तीर्थयात्रा सुरक्षित और यादगार होगी.’ बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों के आने की संभावना के मद्देनजर सरकार और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) ने इस वर्ष यात्रा के लिए व्यापक स्तर पर सभी इंतजाम किए हैं.
वेबसाइट पर ऑनलाइन आरती की सुविधा
श्रद्धालु श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड की वेबसाइट के माध्यम से सुबह और शाम की आरती के सीधा प्रसारण के जरिए गुफा मंदिर में बर्फ से बने पवित्र शिवलिंग के दर्शन कर सकते हैं. श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के सदस्यों के अलावा, मुख्य सचिव अरुण कुमार मेहता, एसएएसबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नीतिश्वर कुमार और सेना की 15वीं कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह औजला ने भी पूजा की.
इस साल की अमरनाथ यात्रा को बेहद सफल बनाने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा विभिन्न कदम उठाए गए हैं. इनके तहत डीआरडीओ की मदद से जम्मू कश्मीर में बालटाल एवं चंदनवाड़ी में 50-50 बिस्तरों वाले दो अस्पताल स्थापित किये जा रहे हैं. मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया के निर्देश तथा उच्चतम न्यायालय के दिशानिर्देशों के अनुपालन में श्रद्धालुओं के लिए अमरनाथ यात्रा को सुचारू बनाने के लिए कई पहल की गयी हैं. अमरनाथ यात्रा गुरुवार को शुरू हुई और उसका समापन 11 अगस्त को होगा.