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कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष Rahul Gandhi इन दिनों वायनाड के दौरे पर हैं. यहां उन्होंने अपनी एक खास ‘फैन’ से मुलाकात की. यह फैन एक बुजुर्ग महिला है जिन्होंने राहुल गांधी से मिलने के लिए एक पूरे दिन का इंतजार किया.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) इन दिनों अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड के दौरे पर हैं. यहां उन्होंने अपनी एक खास ‘फैन’ से मुलाकात की. यह फैन एक बुजुर्ग महिला है जिन्होंने राहुल गांधी से मिलने के लिए एक पूरे दिन का इंतजार किया. कांग्रेस (Congress) नेता ने भी उन्हें निराश नहीं किया और उनसे मिलकर उनके चेहरे पर मुस्कुराहट ला दी. बुजुर्ग महिला जैसे ही कांग्रेस सांसद से मिली, वैसे ही प्यार से उनके गालों को छूती नजर आई. दोनों का यह वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर काफी वायरल हो रहा है.
16 सेकेंड की इस क्लिप में महिला जमीन पर बैठी दिख रही थी, जिसे लोगों के एक ग्रुप ने घेर लिया था. राहुल वायनाड में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) द्वारा उनके कार्यालय में तोड़फोड़ के बाद आए हैं. राहुल गांधी आज कोझिकोड से दिल्ली लौटेंगे. राहुल गांधी ने अपने कार्यालय पर हमला करने वाले एसएफआई कार्यकर्ताओं को ‘बच्चा’ करार देते हुए कहा कि उनके मन में इन लोगों के प्रति कोई क्रोध या शत्रुता नहीं है तथा हिंसा से कभी समस्याओं का समाधान नहीं होता.
वीडियो में देखें कैसा था महिला का रिएक्शन
From early morning she was waiting to see Rahul Gandhi in Wayanad. pic.twitter.com/5Z9pon8leL
— Aaron Mathew (@AaronMathewINC) July 1, 2022
यहां अपने निर्वाचन क्षेत्र के तीन दिवसीय दौरे पर आए गांधी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ कार्यालय पहुंचे तथा नुकसान का जायजा लिया. वायनाड से सांसद गांधी ने उन पार्टी कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की जो इस हमले में घायल हो गए थे. उन्होंने क्षतिग्रस्त चीजों का निरीक्षण किया तथा हमलावरों द्वारा रखे गए केले के पौधे को हटाकर वह कार्यालय की कुर्सी पर भी बैठे.
यहां अपने सांसद कार्यालय पर हमले के बाद यह पहली बार है जब गांधी अपने लोकसभा क्षेत्र में पहुंचे हैं. केरल में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की छात्र शाखा स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने बफर जोन के मुद्दे पर पिछले शुक्रवार को गांधी के वायनाड कार्यालय पर हमला किया था. गांधी ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि यह वायनाड के लोगों का कार्यालय है तथा वामपंथी छात्र कार्यकर्ताओं द्वारा जो कुछ किया गया, वह ‘बेहद दुर्भाग्यपूर्ण’ है.
उन्होंने कहा कि हिंसा से कभी भी समस्याओं का समाधान नहीं होता और उनके मन में उनके (तोड़फोड़ करने वालों के) प्रति कोई क्रोध या शत्रुता नहीं है.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘देश में आप सर्वत्र जो विचार देखते हैं वह यह है कि हिंसा से समस्याएं हल हो जाएंगी. लेकिन हिंसा कभी समस्याओं का हल नहीं करती है. ऐसा करना अच्छी बात नहीं है. उन्होंने गैर-जिम्मेदाराना ढंग से काम किया. लेकिन मेरे मन में उनके प्रति कोई गुस्सा या शत्रुता का भाव नहीं है.’